मॉस्को ने भारत के तेल आयात के निर्णय पर अपना समर्थन जताया है और स्पष्ट किया है कि चुनने का अधिकार हर देश को होना चाहिए। यह बयान इस बात को रेखांकित करता है कि राष्ट्रीय हितों और आवश्यकताओं के आधार पर देशों को अपने व्यापारिक निर्णय स्वतंत्र रूप से लेने का अधिकार दिया जाना चाहिए।
मॉस्को के समर्थन के मुख्य बिंदु:
- देशों को अपनी ऊर्जा आवश्यकताओं के लिए तेल और अन्य संसाधनों का स्रोत चुनने का अधिकार है।
- ऐसे निर्णय पूरी तरह से आर्थिक और रणनीतिक प्रबंधन के आधार पर होते हैं।
- अंतरराष्ट्रीय बाजार में प्रतिस्पर्धा को बढ़ावा देने के साथ-साथ आर्थिक सहयोग को भी मजबूत करना आवश्यक है।
भारत का तेल आयात नीति में स्वतंत्रता रखने का कदम इसे ऊर्जा सुरक्षा की दिशा में सशक्त बनाता है। मॉस्को की यह टिप्पणी भारतीय विदेश नीति और आर्थिक निर्णयों के प्रति समर्थन दर्शाती है, जिसे दोनों देशों के द्विपक्षीय संबंधों में एक सकारात्मक संकेत माना जा सकता है।
इसी प्रकार के समर्थन से देशों के बीच विश्वास और सहयोग बढ़ता है, जो वैश्विक आर्थिक स्थिरता और विकास में मददगार होता है।
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