रूस के सुरक्षा परिषद के उपाध्यक्ष दिमित्री मेदवेदेव ने अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प के ‘डेड इकनॉमीज’ (मृत अर्थव्यवस्थाओं) के बयान पर कड़ी चेतावनी जारी की है। मेदवेदेव ने ट्रम्प को उन ‘मृत’ लोगों को मामूली न समझने की सलाह दी, क्योंकि इस तरह की उपेक्षा खतरनाक साबित हो सकती है।
उन्होंने कहा कि जिन लोगों को मृत कहा जाता है, उनका इरादा और क्रियाएं बहुत गंभीर होती हैं और उन्हें अनदेखा नहीं किया जा सकता। यह टिप्पणी रूस और अमेरिका के बीच बढ़ते राजनीतिक तनाव और बयानबाजी के संदर्भ में आई है।
मुख्य बिंदु:
- मेदवेदेव ने ट्रम्प के बयान को लेकर सावधानी और गंभीरता जताई।
- रूस इस विषय में बेहद संवेदनशील है और किसी भी तरह की उपेक्षा को खतरा मानता है।
- यह विवाद अमेरिकी-रूसी संबंधों में संभावित तनाव और डायलॉग की आवश्यकता पर भी प्रकाश डालता है।
- वैश्विक राजनीति में इस बयान ने नई बहस छेड़ दी है।
इस प्रकार, मेदवेदेव का यह बयान रूस की तरफ से एक सख्त चेतावनी माना जा रहा है जो यह स्पष्ट करता है कि दोनों देशों के बीच संबंधों में पारदर्शिता और सावधानी आवश्यक है।
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