यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमिर जेलेंस्की ने हाल ही में अमेरिका द्वारा भारत पर लगाए गए 50% टैरिफ के समर्थन में अपनी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने एक इंटरव्यू में कहा कि यह कदम आर्थिक दृष्टि से समझदारी भरा है और सही दिशा में एक महत्वपूर्ण प्रयास है।
इस टैरिफ का मकसद भारत के व्यापारिक नीतियों को प्रभावित करना और समान व्यापारिक अवसर सुनिश्चित करना बताया जा रहा है। जेलेंस्की की इस टिप्पणी के बाद भारत-यूएस आर्थिक संबंधों पर नई बहस छिड़ गई है।
इससे जुड़े प्रमुख बिंदु हैं:
- टैरिफ का उद्देश्य समान व्यापारिक अवसर बनाना।
- जेलेंस्की का समर्थन अमेरिका के इस कदम को आर्थिक दृष्टि से उचित मानना।
- भारत ने अभी तक इस मामले में कोई आधिकारिक प्रतिक्रिया नहीं दी।
- अंतरराष्ट्रीय आर्थिक नीतियों पर पड़ने वाले संभावित प्रभाव।
- भारत की विदेश नीति और आर्थिक रणनीतियों पर बढ़ता ध्यान।
विशेष रूप से, जब उनसे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग और रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन की बैठक के बारे में पूछा गया, तो उन्होंने इस महत्वपूर्ण विषय पर अपनी प्रतिक्रिया दी, जिससे यह मामला और अधिक चर्चा में आ गया।
इस पूरे घटनाक्रम से यह स्पष्ट हुआ है कि वैश्विक आर्थिक संरचना में बदलाव आने वाला है और भारत की भूमिका भी इस दिशा में महत्वपूर्ण बनी रहेगी।
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