राजस्थान के मुख्य IAS अधिकारी ने हाल ही में एक महत्वपूर्ण टिप्पणी की है जिसमें उन्होंने स्वीकार किया कि लगभग 80% कार्य समय गैर-मूल कार्यों में व्यतीत हो जाता है। यह बयान सरकारी कार्यप्रणाली को लेकर चिंता पैदा कर रहा है क्योंकि इससे सरकारी कर्मचारियों की उत्पादकता और प्रभावशीलता पर सवाल उठते हैं।
मुख्य IAS अधिकारी के अनुसार, गैर-मूल कार्यों में मुख्य रूप से दस्तावेजीकरण, अनुप्रयोग प्रपत्रों की जांच, और अन्य प्रशासनिक कार्य शामिल हैं जो सीधे लाभकारी नहीं माने जाते। इससे वे समय महत्वपूर्ण निर्णय लेने और नीतिगत सुधारों पर केंद्रित नहीं कर पाते।
यह स्थिति सुधारने के लिए आवश्यक है कि:
- डिजिटलीकरण और ऑटोमेशन को बढ़ावा दिया जाए ताकि गैर-मूल कार्यों का बोझ कम किया जा सके।
- प्रशासनिक प्रक्रियाओं को सरल बनाया जाए जिससे समय की बचत हो।
- कर्मचारी प्रशिक्षण पर ध्यान दिया जाए ताकि वे अधिक प्रभावी ढंग से अपने असली कार्यों पर फोकस कर सकें।
इस प्रकार के कदम सरकारी कार्य प्रणाली को और अधिक कुशल, पारदर्शी तथा परिणामोन्मुखी बनाने में मदद कर सकते हैं।
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