September 8, 2025

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सुप्रीम कोर्ट का महत्वपूर्ण निर्णय: पर्यावरण संरक्षण के लिए नए दिशा-निर्देश जारी

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सुप्रीम कोर्ट ने पर्यावरण संरक्षण के लिए एक महत्वपूर्ण निर्णय 15 जून 2024 को जारी किया है, जिसमें कड़े दिशा-निर्देश दिए गए हैं ताकि पर्यावरणीय सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके। यह निर्णय राज्य सरकारों, उद्योगों और विभिन्न विभागों की जिम्मेदारियों को स्पष्ट करता है।

घटना का समय और महत्व

इस निर्णय की सुनवाई 15 जून को एक याचिका पर हुई, जो दो साल पहले पर्यावरण संरक्षण संगठनों द्वारा दायर की गई थी। सुप्रीम कोर्ट ने औद्योगिक विकास और प्रकृति संरक्षण के बीच संतुलन बनाए रखने हेतु सख्त नियम लागू करने का निर्देश दिया है।

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कौन-कौन जुड़े?

  • केंद्र सरकार का पर्यावरण मंत्रालय
  • राज्य पर्यावरण विभाग
  • औद्योगिक संगठन
  • सामाजिक कार्यकर्ता

कोर्ट ने पर्यावरण मानकों के अनुपालन और प्रदूषण नियंत्रण कार्यों के कार्यान्वयन का निर्देश दिया है, साथ ही सामाजिक संगठनों की भूमिका को भी महत्व दिया है।

आधिकारिक बयान एवं दस्तावेज़

सुप्रीम कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश ने कहा है कि प्राकृतिक संसाधनों का संरक्षण और प्रदूषण नियंत्रण हमारा सामूहिक दायित्व है। सरकारों और उद्योगों को पर्यावरण सुरक्षा को सर्वोपरि रखना होगा। पर्यावरण मंत्रालय ने पिछले पांच वर्षों में ₹3,200 करोड़ के बजट के साथ विशेष योजनाएं बनाई हैं।

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पुष्टि-शुदा आंकड़े

  1. देश में औद्योगिक प्रदूषण के कारण प्राकृतिक आवासों में 12% की गिरावट
  2. पर्यावरण संरक्षण के तहत 80% से अधिक स्वादू जल निकायों का पुनरुद्धार
  3. राष्ट्रीय स्वच्छता अभियान के अंतर्गत 10 राज्यों में प्लास्टिक प्रदूषण में 15% की कमी

तत्काल प्रभाव

निर्णय तुरंत प्रभावी हो गया है। उद्योगों को पर्यावरण मानकों का कड़ाई से पालन करना होगा। राज्य सरकारें नियमित निरीक्षण और प्रदूषण मापन के लिए नई व्यवस्थाएं लागू कर रही हैं, जिससे पर्यावरणीय सुधार और जागरूकता बढ़ रही है। प्रदूषण नियंत्रण उपकरणों की मांग में भी वृद्धि हुई है।

प्रतिक्रियाएँ

  • सरकार ने निर्णय का स्वागत किया और इसे पर्यावरण सुरक्षा में मील का पत्थर बताया।
  • विपक्षी दलों ने सकारात्मक प्रतिक्रिया दी, लेकिन कार्यान्वयन में ईमानदारी की मांग की।
  • विशेषज्ञों ने इसे प्रमुख दिशा निर्देश बताया।
  • उद्योग जगत ने नियमों का पालन करने का आश्वासन दिया।
  • नागरिक समाज संगठनों ने भी निर्णय की सराहना की।

आगे क्या?

सरकार जल्द ही पर्यावरण संरक्षण के लिए एक व्यापक योजना जारी करेगी। तीन महीनों के भीतर राज्य स्तर पर निगरानी समितियां गठित की जाएंगी। पर्यावरण मंत्रालय अगले महीने सुधार प्रगति की रिपोर्ट प्रस्तुत करेगा। यह पहल पर्यावरण संतुलन बनाए रखने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।

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