August 12, 2025

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सुप्रीम कोर्ट ने जनहित याचिका में पर्यावरण संरक्षण के नए दिशा-निर्देश जारी किए

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सुप्रीम कोर्ट ने 15 जून 2024 को पर्यावरण संरक्षण से संबंधित जनहित याचिका पर नए दिशा-निर्देश जारी किए, जो देश में वायु और प्राकृतिक संसाधनों के संरक्षण को मजबूत करने के लिए महत्वपूर्ण हैं।

घटना क्या है?

सुप्रीम कोर्ट ने केंद्र और राज्य सरकारों को पर्यावरण संरक्षण के लिए कड़े नियमों का पालन सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। याचिका में प्रदूषण नियंत्रण को सख्त बनाने और पर्यावरणीय क्षति रोकने की मांग की गई थी। कोर्ट ने सभी विभागों को 30 दिनों के भीतर आवश्यक कदम उठाने और रिपोर्ट प्रस्तुत करने को कहा है।

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कौन-कौन जुड़े?

  • सुप्रीम कोर्ट
  • केंद्र सरकार का पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन मंत्रालय
  • विभिन्न राज्य सरकारें
  • पर्यावरण संरक्षण संगठन

सुनवाई की अध्यक्षता मुख्य न्यायाधीश ने की और मंत्रालय ने अपनी तैयारियों की जानकारी दी।

आधिकारिक बयान/दस्तावेज़

प्रधान न्यायाधीश ने कहा, “पर्यावरण की रक्षा हमारा संवैधानिक दायित्व है।” मंत्रालय द्वारा जारी प्रेस रिलीज में बताया गया कि प्रदूषण नियंत्रण के लिए 15 बड़े शहरों में 500 करोड़ रुपये बजट आरक्षित किए गए हैं। औद्योगिक इकाइयों को नए, कड़े मानकों का पालन करना अनिवार्य होगा।

पुष्टि-शुदा आँकड़े

  • पिछले तीन वर्षों में भारत में वायु प्रदूषण में औसतन 12% वृद्धि
  • दिल्ली समेत बड़े नगरों में स्वास्थ्य जोखिम बढ़े हैं
  • कोर्ट के बाद केंद्र सरकार ने प्रदूषण नियंत्रण के लिए 500 करोड़ रुपये का विशेष बजट जारी किया

तत्काल प्रभाव

इस फैसले का असर औद्योगिक गतिविधियों और शहरी प्रदूषण नियंत्रण पर तुरंत दिखने लगा है। सभी राज्यों के प्रदूषण नियंत्रण बोर्डों को नए मानकों का पालन सुनिश्चित करना होगा। इससे नागरिकों को स्वच्छ वायु और बेहतर स्वास्थ्य लाभ मिलने की उम्मीद है।

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प्रतिक्रियाएँ

  • सरकार ने फैसले का स्वागत किया और इसे पर्यावरण संरक्षण के लिए मील का पत्थर बताया।
  • विपक्ष ने बेहतर क्रियान्वयन पर जोर दिया।
  • पर्यावरण विशेषज्ञों ने सफ़ल कदम माना, लेकिन टाइमलाइन सुधार की बात कही।
  • उद्योग संघों ने व्यापक तैयारी और वित्तीय सहायता की आवश्यकता जताई।

आगे क्या?

सुप्रीम कोर्ट ने मंत्रालय को अगले तीन महीनों में सुधारों की रिपोर्ट प्रस्तुत करने को कहा है। मंत्रालय ने योजना का विस्तार कर अन्य शहरों में भी निगरानी तंत्र स्थापित करने का लक्ष्य रखा है। सरकार पर्यावरण संरक्षण को राष्ट्रीय प्राथमिकता बनाए रखने की बात कर रही है।

ताज़ा अपडेट्स के लिए पढ़ते रहिए Questiqa Bharat

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