हर भाषा अपनी मिट्टी की खुशबू लेकर चलती है, और हिंदी भी इससे अलग नहीं है। यह केवल बोलने का माध्यम नहीं, बल्कि एक भावना है जो हमें हमारी जड़ों, परिवारों और कहानियों से जोड़ती है। हिंदी दिवस के अवसर पर, अभिनेता सूरज प्रताप सिंह, जो कि ‘सन निओस दिव्या प्रेम: प्यार और रहस्य की कहानी’ में प्रेम की भूमिका निभा रहे हैं, ने हिंदी के अपने जीवन में महत्व पर अपने विचार साझा किए।
सूरज प्रताप सिंह ने कहा कि हिंदी उनकी पहचान का अहम हिस्सा है और इसका सांस्कृतिक महत्व उन्हें अपने देश और समाज से जोड़ता है। उन्होंने बताया कि हिंदी ने उन्हें अपनी जड़ों को समझने और समृद्ध पारिवारिक मूल्यों को सीखने में मदद की है। हिंदी दिवस मनाना हर भारतीय के लिए अपने राष्ट्रीय भाषा की गरिमा और उपयोगिता को समझने का एक अवसर है।
यह अवसर न केवल भाषा के महत्व को याद दिलाता है, बल्कि युवाओं को अपनी मातृभाषा को सशक्त करने और उसे गर्व से अपनाने के लिए प्रेरित करता है। हिंदी दिवस पर विभिन्न समारोह और कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं, जिनमें भाषा को प्रोत्साहन देने के लिए शामिल हैं:
- सांस्कृतिक प्रस्तुतियां
- कवि सम्मेलन
- भाषण प्रतियोगिताएं
अभिनेता सूरज प्रताप सिंह का मानना है कि हिंदी भाषा की समृद्ध विरासत को संरक्षित करना और उसे आगे बढ़ाना हम सभी की जिम्मेदारी है। उन्होंने सभी से आग्रह किया कि वे हिंदी को अपनी रोजमर्रा की जिंदगी में और अधिक शामिल करें ताकि यह भाषा आने वाली पीढ़ियों तक जीवित और प्रभावी बनी रहे। जिस तरह से हिंदी हर भारतीय के दिल से जुड़ी है, उसी तरह से इसे सम्मान और स्नेह देना भी हमारा कर्तव्य है।
इस प्रकार हिंदी दिवस पर इस तरह के संदेश भाषा के प्रति देशवासियों की भावना को मजबूत करते हैं और हिंदी को एक साझा, स्वाभाविक और जीवंत भाषा के रूप में आत्मसात करने में मदद करते हैं।
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