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हिन्दी दिवस को देश में हिंदी भाषा की महत्ता और भूमिका को समर्पित किया जाता है। इस अवसर पर केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने भाषाई एकता में हिंदी की भूमिका पर गहरा विश्लेषण प्रस्तुत किया। उन्होंने बताया कि हिंदी न केवल भारत की राजभाषा है, बल्कि यह विभिन्न क्षेत्रों और समुदायों को जोड़ने वाली एक महत्वपूर्ण भाषा है।
उन्होंने यह भी कहा कि हिंदी भाषा ने भारत की सांस्कृतिक विविधता में एकता का सूत्रधार बनकर कार्य किया है। भाषाई विविधता के बावजूद, हिंदी के माध्यम से देश के विभिन्न भागों के बीच संवाद स्थापित होता है, जिससे सामाजिक और सांस्कृतिक सहअस्तित्व को बढ़ावा मिलता है।
अमित शाह के भाषण के महत्वपूर्ण बिंदु:
- हिंदी की भूमिका – राष्ट्रीय एकता और संवाद का माध्यम
- भाषाई विविधता में समरसता – हिंदी और स्थानीय भाषाओं के सहअस्तित्व का समर्थन
- शिक्षा एवं संस्कृति – हिंदी के प्रसार के माध्यम से सांस्कृतिक पहचान
- डिजिटल युग में हिंदी – तकनीक के माध्यम से हिंदी की पहुंच और विकास
अमित शाह ने यह भी उल्लेख किया कि हिंदी भाषा को प्रोत्साहित करना केवल एक भाषाई विषय नहीं, बल्कि यह एक सामाजिक और राष्ट्रीय ज़िम्मेदारी भी है। भाषा की समझ और सम्मान से ही देश में स्थिरता और सौहार्द बढ़ेगा।
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