4 मार्च हरियाणा: हरियाणा के रोहतक जिले में कांग्रेस कार्यकर्ता हिमानी नरवाल की हत्या के मामले में पुलिस ने आरोपी सचिन को गिरफ्तार किया है। यह घटना राज्य में राजनीतिक और सामाजिक हलकों में चर्चा का विषय बनी हुई है।
पुलिस के अनुसार, 22 वर्षीय हिमानी नरवाल और 30 वर्षीय सचिन की मुलाकात लगभग डेढ़ साल पहले सोशल मीडिया के माध्यम से हुई थी। सचिन, जो झज्जर जिले के खेरमपुर गांव का निवासी है, विवाहित है और उसके दो बच्चे हैं। वह रोहतक के विजय नगर इलाके में स्थित हिमानी के घर अक्सर आता-जाता था।

27 फरवरी की रात करीब 9 बजे, सचिन हिमानी के घर आया और रातभर वहीं रुका। 28 फरवरी की दोपहर, दोनों के बीच किसी बात को लेकर बहस हुई, जो जल्द ही हिंसक झगड़े में बदल गई। इस दौरान, सचिन ने हिमानी के हाथ और पैर चुन्नी से बांध दिए और मोबाइल चार्जर की तार से उसका गला घोंट दिया, जिससे हिमानी की मृत्यु हो गई।
हत्या के बाद, सचिन ने हिमानी के शव को उसके ही सूटकेस में रखा। इसके अलावा, उसने हिमानी की अंगूठियां, सोने की चेन, मोबाइल फोन और लैपटॉप भी अपने कब्जे में ले लिए। शाम 10 बजे के करीब, सचिन वापस हिमानी के घर आया, सूटकेस में रखे शव को ऑटो रिक्शा में लादकर रोहतक-दिल्ली बाईपास पहुंचा, और वहां से बस में बैठकर सांपला बस स्टैंड के पास सूटकेस को झाड़ियों में फेंक दिया।
पुलिस जांच और गिरफ्तारी:
हिमानी के लापता होने की रिपोर्ट के बाद, पुलिस ने जांच शुरू की और 1 मार्च को सांपला बस स्टैंड के पास एक सूटकेस में उसका शव बरामद किया। पुलिस ने तत्परता से कार्रवाई करते हुए, आरोपी सचिन को पकड़ने के लिए 8 विशेष जांच टीमें गठित कीं। आखिरकार, 2 मार्च की रात को, रोहतक की एसआईटी टीम ने दिल्ली के मुंडका इलाके से सचिन को गिरफ्तार किया।
प्रारंभिक जांच के निष्कर्ष:
प्रारंभिक पूछताछ में, सचिन ने स्वीकार किया कि पैसों के लेन-देन को लेकर हुए विवाद के चलते उसने हिमानी की हत्या की। पुलिस ने सचिन के पास से कुछ दस्तावेज भी बरामद किए हैं, जिनसे पता चलता है कि उसने एक फाइनेंस कंपनी में गहने गिरवी रखकर एक लाख से अधिक की राशि ऋण के रूप में ली थी। पुलिस यह जांच कर रही है कि क्या ये गहने हिमानी के थे।
सामाजिक और राजनीतिक प्रतिक्रिया:
हिमानी नरवाल की हत्या ने राज्य में गहरा आक्रोश पैदा किया है। कांग्रेस पार्टी के नेताओं और कार्यकर्ताओं ने इस घटना की कड़ी निंदा की है और न्याय की मांग की है। सामाजिक संगठनों ने भी महिलाओं की सुरक्षा के मुद्दे पर चिंता व्यक्त की है और सरकार से सख्त कदम उठाने की मांग की है।
आगे की कार्रवाई:
पुलिस ने आरोपी सचिन को अदालत में पेश किया है और उसकी रिमांड की मांग की है ताकि मामले की गहराई से जांच की जा सके। पुलिस यह भी पता लगाने की कोशिश कर रही है कि क्या इस अपराध में और कोई शामिल था या नहीं। इसके अलावा, हिमानी के परिवार और दोस्तों से भी पूछताछ की जा रही है ताकि हत्या के पीछे के सभी संभावित कारणों का पता लगाया जा सके।
यह घटना समाज में महिलाओं की सुरक्षा और सोशल मीडिया के माध्यम से बनने वाले संबंधों की सावधानी पर एक बार फिर से विचार करने की आवश्यकता को उजागर करती है। पुलिस और प्रशासन के लिए यह आवश्यक है कि वे ऐसे मामलों में तेजी से कार्रवाई करें और दोषियों को सख्त सजा दिलाएं ताकि भविष्य में ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो।
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