15 मई, मध्यप्रदेश: इंदौर बेंच की मध्यप्रदेश हाईकोर्ट ने NEET-UG 2025 के रिजल्ट पर अंतरिम रोक लगा दी है। यह फैसला उस समय लिया गया जब खबरें आईं कि एक परीक्षा केंद्र पर बिजली गुल हो गई थी, जिससे परीक्षा की निष्पक्षता पर सवाल उठने लगे।
बताया जा रहा है कि तेज बारिश की वजह से बिजली चली गई थी, जिससे छात्रों को परीक्षा में काफी परेशानी हुई। कई छात्रों और उनके माता-पिता ने बताया कि परीक्षा समय पर शुरू नहीं हो सकी और माहौल काफी अव्यवस्थित था। इस कारण कई छात्रों ने दोबारा परीक्षा कराने की मांग की है क्योंकि वे खराब स्थिति में परीक्षा देने को मजबूर थे।
छात्रों की शिकायतों पर सुनवाई करते हुए हाईकोर्ट ने नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (NTA) से 4 हफ्ते के अंदर जवाब मांगा है। कोर्ट ने कहा कि परीक्षा की निष्पक्षता बनाए रखना जरूरी है और किसी भी छात्र के साथ अन्याय नहीं होना चाहिए।
यह मामला NEET-UG परीक्षा पर पहले से चल रही निगरानी को और बढ़ा रहा है। इससे पहले भोपाल और जबलपुर के छात्रों ने NEET-UG 2024 के नतीजों को कोर्ट में चुनौती दी थी। भोपाल की एक छात्रा ने दावा किया कि ऑफिशियल आंसर की के अनुसार उसे 617 नंबर मिलने चाहिए थे, लेकिन रिजल्ट में सिर्फ 340 नंबर दिखाए गए। जबलपुर की एक छात्रा ने आरोप लगाया कि कई टॉप रैंक लाने वाले छात्रों के रोल नंबर एक जैसे थे और उनके अंक भी एक जैसे थे, जिससे गड़बड़ी की आशंका बढ़ गई।
इन घटनाओं के बाद देशभर में छात्रों ने विरोध प्रदर्शन शुरू कर दिए हैं और CBI जांच की मांग की जा रही है। छात्र संगठन भी इस परीक्षा प्रक्रिया में पारदर्शिता लाने के लिए केंद्र सरकार से सख्त कदम उठाने की अपील कर रहे हैं। NTA की तरफ से अब तक इन मुद्दों पर विस्तार से कोई जवाब नहीं आया है।
हाईकोर्ट का यह फैसला इस बात को साफ करता है कि भारत जैसी बड़ी प्रतियोगी परीक्षाओं में अच्छी व्यवस्थाएं और पारदर्शिता बेहद जरूरी हैं। अब सभी की नजरें NTA के जवाब और कोर्ट के अगले फैसले पर टिकी हैं।
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