भारतीय शेयर बाजार में 20 मई 2025 को लगातार तीसरे दिन भारी गिरावट दर्ज की गई। सेंसेक्स 872 अंक टूटकर 81,186 के स्तर पर बंद हुआ, जबकि निफ्टी 261 अंकों की गिरावट के साथ 24,683 पर पहुंच गया। इस गिरावट के पीछे कई कारण हैं जो निवेशकों की चिंता बढ़ा रहे हैं।
गिरावट के मुख्य कारण
- वैश्विक बाजारों में कमजोरी: अमेरिकी फेडरल रिजर्व की आक्रामक ब्याज दर नीति और जापान में बॉन्ड यील्ड की बढ़ोतरी ने वैश्विक अनिश्चितता बढ़ा दी है।
- विदेशी संस्थागत निवेशकों की निकासी: भारतीय बाजार से 525 करोड़ रुपये से अधिक की निकासी ने बाजार पर दबाव डाला है।
- भारत-यूएस ट्रेड डील की अनिश्चितता: इससे निवेशकों के मन में सवाल खड़े हो रहे हैं।
- अमेरिकी ट्रेजरी सचिव की टैरिफ बढ़ाने की चेतावनी और रुपये की कमजोरी ने बाजार की स्थिति को प्रभावित किया है।
- मूडीज की रेटिंग में बदलाव: अमेरिका के सॉवरेन डेट का आउटलुक घटाने से निवेशकों में चिंता बढ़ी है।
- कोविड-19 मामलों में पुनः वृद्धि: खासकर केरल, महाराष्ट्र और तमिलनाडु में मामलों की बढ़ोतरी से बाजार में सतर्कता बढ़ी है।
प्रभावित सेक्टर्स
इन सभी कारणों से बाजार में व्यापक बिकवाली देखने को मिली है, खासकर निम्नलिखित सेक्टर में:
- बैंकिंग
- ऑटो
- FMCG
विशेषज्ञों की राय
विशेषज्ञ मानते हैं कि फिलहाल बाजार में सुधार के लिए सकारात्मक संकेतों का इंतजार जरूरी है।
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