फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों ने भारत, चीन और ब्राजील से रूस पर दबाव बनाने की अपील की है ताकि यूक्रेन युद्ध को जल्द समाप्त किया जा सके। उन्होंने इन देशों से संवाद और कूटनीति के माध्यम से शांति स्थापित करने का आग्रह किया है।
नई दिल्ली ने इस स्थिति में बार-बार संवाद और कूटनीति का समर्थन किया है। भारत सरकार का मानना है कि युद्ध को खत्म करने के लिए सभी पक्षों के बीच बातचीत को प्राथमिकता देनी चाहिए और शांति को पूरे विश्व के लिए आवश्यक माना गया है। भारत ने हमेशा संघर्षों को बातचीत के जरिए सुलझाने की नीति को स्थिर रखा है।
रूस-यूक्रेन युद्ध के कारण वैश्विक स्तर पर तनाव बढ़ा है, और फ्रांस जैसे देशों की उम्मीद है कि भारत जैसे राष्ट्र अपनी नीतियों से दिशा निर्देश देंगे जिससे युद्ध तेज़ी से समाप्त हो सके।
भारत की भूमिका और रणनीति
भारत की विदेश नीति में मुख्य रूप से निम्नलिखित पहलू शामिल हैं:
- मजबूती के साथ संतुलन: भारत दोनों पक्षों के साथ संतुलन बनाए रखता है।
- विश्व शांति में योगदान: मध्य मार्ग अपनाकर शांति के लिए अपना योगदान देता है।
- संवाद को बढ़ावा: कूटनीतिक संवाद के माध्यम से समाधान खोजने की नीति पर जोर होता है।
इस समसामयिक मुद्दे पर भारत की अगली रणनीतियों पर सभी की नजरें टिकी हैं।
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