नई दिल्ली: भारत चीन से दुर्लभ पृथ्वी पदार्थों के आयात में देरी के कारण डिसप्रोसियम और टर्बियम की खरीद पर विशेष जोर दे रहा है। देश की उद्योग क्षेत्र अब चीन से मिलने वाली दुर्लभ पृथ्वी सामग्री की मंजूरी में बाधा आने के चलते मलेशिया और वियतनाम जैसे अन्य स्रोतों की खोज कर रहा है।
डिसप्रोसियम और टर्बियम विशेष रूप से उच्च तकनीकी उपकरणों और पर्यावरणीय उत्पादों में उपयोग होने वाले महत्वपूर्ण तत्व हैं। इन सामग्रियों की आपूर्ति में विलंब से भारत की निर्माण और तकनीकी उद्योगों पर असर पड़ सकता है। प्रशासन और उद्योग जगत मिलकर चीन पर निर्भरता कम करने के उपाय तलाश रहे हैं ताकि आपूर्ति श्रृंखला में स्थिरता बनाई जा सके।
मलेशिया और वियतनाम जैसे देशों के विकल्प खोजने से भारत को लंबी अवधि में दुर्लभ पृथ्वी तत्वों की उपलब्धता सुनिश्चित करने में मदद मिलेगी। इस कदम से देश की आत्मनिर्भरता बढ़ाने और वैश्विक आपूर्ति संकट से बचने की योजना बन रही है।
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