नई दिल्ली में भारत और अमेरिका के बीच द्विपक्षीय व्यापार वार्ता तेजी से प्रगति पर है। रिपोर्ट के अनुसार, 9 जुलाई से पहले एक अस्थायी व्यापार समझौते पर सहमति बनने की संभावना है। यह समाचार तब आया है जब भारत ने मई माह में अपने व्यापार घाटे को महत्वपूर्ण रूप से $21.88 बिलियन तक कम किया है।
मई में आयात की धीमी गति और निर्यात में मौसमी सुधार के कारण भारत का व्यापार घाटा पहले के मुकाबले काफी घट गया है। वार्ता के दौरान दोनों पक्ष व्यापार घाटे को कम करने और निर्यात को बढ़ावा देने पर विशेष ध्यान दे रहे हैं।
यह समझौता दोनों देशों के आर्थिक संबंधों को मजबूत करने के लिए एक महत्वपूर्ण कदम माना जाता है। इसके परिणामस्वरूप, व्यापारिक सहयोग में वृद्धि होगी और कस्टम प्रक्रियाओं में सुधार संभव होगा।
इस विकास ने व्यापारिक विशेषज्ञों और निवेशकों में उम्मीदें बढ़ा दी हैं कि आने वाले महीनों में भारत-अमेरिका व्यापार संरचना में सकारात्मक बदलाव देखने को मिल सकता है।
सारांश में:
- भारत-अमेरिका व्यापार वार्ता तेज़ी से आगे बढ़ रही है।
- 9 जुलाई से पहले अस्थायी व्यापार समझौता होने की संभावना।
- मई में भारत का व्यापार घाटा $21.88 बिलियन तक घटा।
- व्यापार घाटे को कम करने और निर्यात को बढ़ावा देने पर जोर।
- समझौता दोनों देशों के आर्थिक संबंधों को मजबूत करेगा।
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