नई दिल्ली: अंतरराष्ट्रीय सुरक्षा और रक्षा क्षेत्र में विशेषज्ञ डॉ. ऐशले जे टेलिस ने पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के भारत रुख पर अपनी महत्वपूर्ण टिप्पणी साझा की है। वे टाटा चेयर फॉर स्ट्रैटेजिक अफेयर्स के अध्यक्ष और कार्नेगी एंडोमेंट फॉर इंटरनेशनल पीस के वरिष्ठ फेलो हैं। डॉ. टेलिस के अनुसार, ट्रंप के भारत के प्रति दृष्टिकोण को गंभीरता से लेना चाहिए, लेकिन उन्हें शाब्दिक रूप में समझना उचित नहीं होगा।
उन्होंने बताया कि ट्रंप की नीतियाँ और बयान अक्सर मीडिया और जनता में व्यापक चर्चा का विषय बनते हैं, परंतु उनके व्यवहार को सीधे उनके शब्दों से परखा नहीं जाना चाहिए। डॉ. टेलिस ने यह भी स्पष्ट किया कि ट्रंप का भारत के साथ संबंध एक रणनीतिक दृष्टिकोण था, जो कि अमेरिकी राष्ट्रीय हितों पर आधारित था।
डॉ. टेलिस का मानना है कि:
- भारत और अमेरिका के बीच सहयोग मजबूत हुआ है,
- लेकिन दोनों देशों के बीच संवाद और समझदारी बनी रहना बेहद आवश्यक है,
- भारत को ट्रंप के बयानों का विश्लेषण करते समय अंतरराष्ट्रीय राजनयिक साधनों और राजनीतिक रणनीतियों को ध्यान में रखना चाहिए।
भारत में विशेषज्ञों की यह सोच इस बात को उजागर करती है कि विदेश नीति को सोच-समझकर और सतर्कता के साथ लागू करना चाहिए ताकि दोनों देशों के बीच संबंध दृढ़ और प्रभावी बने रहें।
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