ओटावा: कनाडा में एक प्रखर खालिस्तानवादी समूह ने भारत को निशाना बनाना शुरू कर दिया है। यह जानकारी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और कनाडाई प्रधानमंत्री की जी7 समिट के दौरान हुई बैठक से कुछ ही दिन बाद सामने आई है, जहां दोनों देशों ने अपने संबंधों को सुधारने का वादा किया था।
कनाडा की सरकार ने खुलासा किया है कि यह खालिस्तानवादी समूह भारत विरोधी गतिविधियों को अंजाम दे रहा है, जो दोनों देशों के बीच तनाव का एक मुख्य कारण बन रहा है। इस बीच, कनाडाई अधिकारियों ने भारत पर भी विदेशी हस्तक्षेप का आरोप लगाया है, जिससे दोनों के बीच राजनीतिक उथल-पुथल बढ़ गई है।
यह मामला द्विपक्षीय संबंधों के लिए बड़ी चुनौतियां उत्पन्न कर सकता है, खासकर तब जब दोनों देश शांति और सहयोग की दिशा में काम कर रहे हैं। विशेषज्ञों का मानना है कि इस मुद्दे को संवेदनशीलता और समझदारी से संभालना अनिवार्य है ताकि दोनों देशों के बीच बेहतर रिश्ते बनाए रखे जा सकें।
विश्व स्तर पर खालिस्तानवाद के प्रति भारत की नकारात्मक स्थिति को ध्यान में रखते हुए, यह घटनाक्रम महत्वपूर्ण है और आगे की कार्रवाइयां भारत और कनाडा के लिए एक बड़ी परीक्षा साबित होंगी।
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