डब्ल्यूटीओ में भारत ने अमेरिका पर जवाबी शुल्क लगाने का कदम उठाया है। यह कदम मुख्य रूप से अमेरिका द्वारा लगाए गए ऑटो टैरिफ्स के खिलाफ प्रतिक्रिया स्वरूप लिया गया है। भारत सरकार ने इस मामले में दुनियाभर के व्यापार नियमों के तहत अपनी प्रतिक्रिया व्यक्त की है।
भारत का मानना है कि अमेरिका के उच्च टैरिफ्स ने भारतीय ऑटोमोटिव उद्योग को अत्यधिक प्रभावित किया है, जिससे व्यापार में असंतुलन उत्पन्न हुआ है। इस स्थिति के मद्देनजर, भारत ने डब्ल्यूटीओ के प्लेटफॉर्म का उपयोग करते हुए अपने अधिकारों की रक्षा की मांग की है।
भारत के जवाबी कदम के मुख्य बिंदु
- जवाबी शुल्क लगाए गए हैं, जो अमेरिका के ऑटो टैरिफ्स के समानुपाती हैं।
- डब्ल्यूटीओ में शिकायत दर्ज करवाई गई है।
- इससे भारत के ऑटो उद्योग को समर्थन मिलेगा और व्यापार में संतुलन स्थापित होगा।
- अंतरराष्ट्रीय व्यापार नियमों के अनुरूप कार्रवाई की गई है।
भारत सरकार ने यह स्पष्ट किया है कि उनका उद्देश्य व्यापार को प्रोत्साहित करना और असंतुलन को खत्म करना है, जिससे दोनों देशों के बीच व्यापारिक संबंध मजबूत बने रहें। डब्ल्यूटीओ ने भी इस मामले पर ध्यान दिया है और जांच प्रक्रिया में तेजी लाई जा रही है।
ज़्यादा कहानियां
नई दिल्ली में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने शुभांशु शुक्ला के अंतरिक्ष से लौटने पर कही बड़ी बात
दिल्ली में खुला Tesla का पहला शोरूम, $70,000 मॉडल Y से मचेगी धूम!
दिल्ली में टेस्ला इंडिया का धमाकेदार आगाज, $70,000 की Model Y से मस्क की ब्रांड पावर का बड़ा टेस्ट