नई दिल्ली में यह घोषणा की गई है कि भारत ने पेरिस समझौते के तहत निर्धारित अपने 50% गैर-जीवाश्म ऊर्जा लक्ष्य को सफलतापूर्वक पार कर लिया है। यह उपलब्धि देश की ऊर्जा नीति और पर्यावरण संरक्षण के प्रति प्रतिबद्धता को दर्शाती है।
पारिस समझौते के तहत लक्ष्य
पेरिस समझौता एक वैश्विक जलवायु समझौता है, जिसके अंतर्गत देशों को कार्बन उत्सर्जन कम करने और पर्यावरण संरक्षण को बढ़ावा देने के उद्देश्य से लक्ष्य निर्धारित किए गए हैं। भारत ने इस समझौते के तहत गैर-जीवाश्म ऊर्जा स्रोतों से 50% ऊर्जा उत्पादन का लक्ष्य रखा था।
भारत द्वारा की गई प्रगति
हाल के वर्षों में भारत ने नवीकरणीय ऊर्जा क्षेत्रों में व्यापक निवेश किया है, खासकर सौर और पवन ऊर्जा में। इस प्रयास से देश ने जल्दी ही 50% गैर-जीवाश्म ऊर्जा लक्ष्य प्राप्त कर लिया है।
महत्वपूर्ण पहलें
- सौर ऊर्जा परियोजनाएं: बड़े पैमाने पर सौर पैनल इंस्टालेशन, खासकर ग्रामीण और दूरदराज के इलाकों में।
- पवन ऊर्जा विकास: समुद्री और स्थलीय पवन ऊर्जा संयंत्रों का निर्माण।
- हाइड्रो पावर: जलविद्युत परियोजनाओं का विस्तार।
- हरित ऊर्जा प्रोत्साहन: सरकार द्वारा विभिन्न सब्सिडी और प्रोत्साहन स्कीम।
परिणाम और भविष्य की दिशा
इस उपलब्धि से न केवल भारत की ऊर्जा सुरक्षा बढ़ी है, बल्कि पर्यावरण संरक्षण में भी महत्वपूर्ण योगदान हुआ है। आगे की योजनाएँ और अधिक सतत ऊर्जा विकास पर केंद्रित होंगी, जिससे जलवायु परिवर्तन के प्रभावों को कम किया जा सकेगा।
ज़्यादा कहानियां
मुंबई: रूस समर्थित भारतीय रिफाइनरी ने यूरोपीय संघ की पाबंदियों की निंदा की, कानूनी विकल्पों पर विचार
जयपुर में भारत के आठ कोर सेक्टर ने जून में दिखाया 3 महीने का सबसे बड़ा विकास
जयपुर में भारत के आठ कोर सेक्टरों ने जून में 3 महीने के उच्चतम 1.7% वृद्धि दर्ज की