महाराष्ट्र की राजनीति में एक बार फिर से गैर-मराठी भाषियों को लेकर चर्चा गर्म हो गई है। राज ठाकरे द्वारा गैर-मराठी भाषियों को दी गई धमकी के जवाब में निशिकांत दुबे ने कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त की है।
निशिकांत दुबे ने इस मामले पर कहा कि किसी भी नागरिक को उनकी भाषा, संस्कृति या मूल के आधार पर धमकाना स्वीकार्य नहीं है। उन्होंने जोर देकर कहा कि महाराष्ट्र सहित पूरे भारत में विभिन्न भाषाओं और संस्कृतियों का सम्मान किया जाना चाहिए।
निशिकांत दुबे के मुख्य बिंदु:
- भाषा आधारित धमकियां लोकतांत्रिक मूल्यों के खिलाफ हैं।
- सभी भारतीयों को समान अवसर और सम्मान मिलना चाहिए।
- राज ठाकरे को जिम्मेदारीभरा रवैया अपनाना चाहिए।
- महाराष्ट्र की सामाजिक एकता को सुरक्षित रखना जरूरी है।
इस विवाद के बीच, राजनीतिक और सामाजिक दल भी अपनी-अपनी प्रतिक्रियाएं दे रहे हैं, जिससे महाराष्ट्र की राजनीति में और भी हलचल हो रही है।
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