25 जुलाई 2025 को बिहार के भागलपुर में हुई भयंकर बारिश ने शहर को पूरी तरह से जलमग्न कर दिया। जलभराव इतना गंभीर था कि शहर टापू में तब्दील हो गया और एक कार पानी में डूब गई। इस आपदा ने स्थानीय नागरिकों और प्रशासन दोनों के लिए गंभीर चुनौतियां उत्पन्न कर दीं।
घटना क्या है?
भागलपुर में अचानक आई तेज बारिश ने कई इलाकों में पानी भर दिया। मुख्य मार्ग जलमग्न हो गए, जिससे यातायात पूरी तरह ठप हो गया। एक गाड़ी सड़क पर जमा पानी में डूब गई, जो देखने वालों के लिए आश्चर्यजनक था। इस जलभराव ने स्थानीय जीवन को काफी प्रभावित किया।
कौन-कौन जुड़े?
- स्थानीय जिला प्रशासन
- बिहार राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण
- स्थानीय पुलिस
- जल संसाधन विभाग
- नगर निगम
ये सभी विभाग आपदा प्रबंधन और राहत कार्यों में सक्रिय रूप से लगे हुए हैं।
आधिकारिक बयान/दस्तावेज़
जिला प्रशासन ने 25 जुलाई को जारी प्रेस विज्ञप्ति में बताया कि रात भर हुई तेज वर्षा के कारण जल जमाव हुआ है। उन्होंने नागरिकों से सुरक्षित स्थानों पर रहने और बिना आवश्यकता के बाहर न निकलने की अपील की है। नगर निगम जल निकासी के लिए आपात प्रयास कर रहा है।
पुष्टि-शुदा आँकड़े
- बारिश की तीव्रता: 12 घंटे में 150 मिलीमीटर से अधिक
- जलमग्न क्षेत्र: 15 से अधिक स्थान
- वाहन डूबने की घटना: 1 (कोई जानी नुकसान नहीं)
तत्काल प्रभाव
जलभराव के कारण शहर के बाजार, स्कूल और कार्यालय बंद रहे। यातायात पूरी तरह ठप हो गया और आवागमन बाधित हुआ। स्वास्थ्य जोखिम बढ़ जाने के कारण स्थानीय प्रशासन ने साफ-सफाई और दवाईयों का प्रबंध किया।
प्रतिक्रियाएँ
- सरकार ने तुरंत राहत कार्यों की शुरुआत का निर्देश दिया।
- विपक्षी दलों ने योजना कार्यवाही में धीमापन पर सवाल उठाए।
- विशेषज्ञों ने जल प्रबंधन और दीर्घकालीन समाधान की आवश्यकता पर बल दिया।
- स्थानीय लोग जलभराव से हुई असुविधा पर नाराज दिखे।
आगे क्या?
अधिक बारिश की संभावना को ध्यान में रखते हुए प्रशासन और आपदा प्रबंधन विभाग लगातार स्थिति पर नजर रखे हुए हैं। जल निकासी के लिए अतिरिक्त संसाधन लगाए जा रहे हैं और आगामी 48 घंटों में स्थिति का पुनः मूल्यांकन किया जाएगा। आवश्यक कदम उठाने की योजना है।
भागलपुर की इस घटना ने जलभराव की समस्या की गंभीरता को सामने रखा है, जिसके लिए तत्काल और दीर्घकालिक प्रयास जरूरी हैं।
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