पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने हाल ही में एक बार फिर से भारत और पाकिस्तान के बीच संघर्ष विराम को लेकर एक विवादित दावा किया है। उन्होंने कहा कि यदि अमेरिका की मध्यस्थता न होती, तो भारत और पाकिस्तान के बीच छह युद्ध हो चुके होते। साथ ही, ट्रंप ने यह भी बताया कि उन्होंने व्यापार प्रस्तावों का उपयोग करके दोनों देशों के बीच युद्ध विराम सुनिश्चित किया था।
हालांकि, इस दावे को भारत के विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने स्पष्ट रूप से खारिज किया है। जयशंकर ने कहा कि ट्रंप का यह दावा वास्तविकता से कोसों दूर है और अमेरिका की ओर से ऐसी किसी भी मध्यस्थता या व्यापार प्रस्ताव के जरिए संघर्ष विराम सुनिश्चित करने का कोई तथ्य नहीं है।
ट्रंप के बयान पर राजनीतिक और कूटनीतिक स्तर पर प्रतिक्रिया व्यक्त हुई है, जहाँ कई विशेषज्ञ इसे वास्तविक घटनाक्रम से अलग बताते हुए इसे तथ्यहीन मान रहे हैं।
भारत-पाकिस्तान संबंध और संघर्ष विराम
भारत और पाकिस्तान के बीच संबंध अत्यंत जटिल हैं एवं संघर्ष विराम की स्थिति कई कारकों और दोनों देशों की बातचीत पर निर्भर करती है।
स्थिति लगातार बदलती रहती है, इसलिए इस विषय पर नवीन जानकारी प्राप्त करने के लिए नजर बनाए रखना आवश्यक है।
Stay tuned for Questiqa Bharat for more latest updates.
ज़्यादा कहानियां
नई दिल्ली में अगस्त में होगी भारत-अमेरिका व्यापार वार्ता की छठी बैठक, जानें मुख्य बातें
नई दिल्ली में लोकसभा में किरेन रिजिजू ने कहा, 1962 के बाद चीन ने भारतीय भूमि में एक इंच भी घुसपैठ नहीं की
दिल्ली में प्रियंका गांधी ने अमित शाह पर साधा निशाना, सोनिया गांधी के आंसुओं पर उठाए सवाल