August 11, 2025

QuestiQa भारत

देश विदेश की खबरें आप तक

अमेरिका ने भारत पर रूस से तेल खरीद को लेकर 25% अतिरिक्त टैरिफ लगाया

Share Questiqa भारत-
Advertisements
Ad 5

अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने 25 अगस्त, 2025 को भारत से आयातित वस्तुओं पर 25 प्रतिशत अतिरिक्त टैरिफ लगाने का आदेश दिया है। यह कदम भारत द्वारा रूस से निरंतर तेल खरीद को ध्यान में रखते हुए उठाया गया है, जिसे वाइट हाउस मास्को के यूक्रेन युद्ध में वित्तपोषण के स्रोत के रूप में देखता है।

घटना क्या है?

अमेरिका ने भारत के खिलाफ आर्थिक प्रतिबंध के रूप में 25 प्रतिशत अतिरिक्त टैरिफ लगाने का निर्णय लिया है, जो रूस से तेल खरीदने के कारण लागू किया गया है।

Advertisements
Ad 7

कौन-कौन जुड़े?

  • अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप
  • अमेरिकी प्रशासन और वाणिज्य विभाग
  • भारत सरकार
  • भारतीय निर्यातक
  • अंतरराष्ट्रीय व्यापार समुदाय

आधिकारिक बयान और दस्तावेज

अमेरिकी वाणिज्य विभाग के अनुसार यह टैरिफ रूस की वित्तीय स्थिरता को प्रभावित करने के लिए लगाया गया है, ताकि मास्को की युद्ध संबंधी गतिविधियों को रोका जा सके। राष्ट्रपति ट्रंप ने यह कदम रूस के खिलाफ अमेरिकी प्रतिबंधों को सख्त बनाने के तहत बताया।

पुष्ट आंकड़े

  • भारत से अमेरिका को आयातित वस्तुओं पर 25% अतिरिक्त टैरिफ लगाया गया।
  • इस टैरिफ के प्रभाव से भारत के निर्यात को 15-20% तक नुकसान हो सकता है।
  • भारत का रूस से तेल आयात पिछले साल की तुलना में 30% बढ़ा है।

तत्काल प्रभाव

यह आर्थिक कदम भारतीय निर्यातकों के लिए चुनौतीपूर्ण साबित होगा। अमेरिकी बाजार में प्रतिस्पर्धा कठिन हो सकती है, साथ ही भारत को अपने तेल आयात के स्रोतों में विविधता लाने की आवश्यकता महसूस होगी। इस खबर के बाद भारतीय शेयर बाजार में उतार-चढ़ाव देखा गया।

Advertisements
Ad 4

प्रतिक्रियाएँ

  • भारतीय विदेश मंत्रालय ने इसे आपत्तिजनक करार दिया है और राष्ट्रीय ऊर्जा सुरक्षा पर जोर दिया है।
  • विपक्षी दल ने सरकार से स्पष्ट रणनीति बनाने की मांग की है।
  • व्यापार विशेषज्ञों ने बताया कि यह कदम भारत-यूएस व्यापार संबंधों में तनाव पैदा कर सकता है।
  • उद्योग संघ आपूर्ति श्रृंखला में संभावित बाधाओं को लेकर चिंतित हैं।

आगे क्या?

भारत सरकार ने इस मुद्दे को अमेरिकी प्रशासन के सामने उठाने का निर्णय किया है। इसके अलावा, वैकल्पिक ऊर्जा स्रोतों की खोज और रणनीतिक निवेश प्राथमिकता दी जाएगी। अगले द्विपक्षीय वार्ताओं में इस विषय पर चर्चा हो सकती है।

भारतीय और अमेरिकी अधिकारियों के बीच इस विषय पर बातचीत भविष्य के व्यापार नीति निर्धारण में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी।

About The Author

You cannot copy content of this page

Social Media Auto Publish Powered By : XYZScripts.com