September 11, 2025

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ईद-ए-मिलाद-उन-नबी 2025: पैगंबर मोहम्मद के जन्मदिन का महत्वपूर्ण पर्व

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ईद-ए-मिलाद-उन-नबी 2025, जिसे मिलाद-उन-नबी के नाम से भी जाना जाता है, 2025 में मुस्लिम समुदाय द्वारा पैगंबर मोहम्मद के जन्मदिन के रूप में मनाया जाने वाला एक महत्वपूर्ण त्यौहार है। यह पर्व पूरे देश में धार्मिक भावना और सामाजिक सौहार्द को बढ़ावा देता है।

घटना क्या है?

ईद-ए-मिलाद-उन-नबी पैगंबर मोहम्मद साहब के जन्मदिवस का स्मरण करने के लिए मनाया जाता है। इस दिन मुस्लिम पूरे विश्व में नमाज़-अदा करते हैं, क़ुरान की तिलावत करते हैं तथा सामाजिक मेलजोल और दान-पुण्य के कार्यों में भाग लेते हैं। साल 2025 में यह त्योहारी दिन विभिन्न राज्यों में 4 सितंबर को मनाया गया।

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कौन-कौन जुड़े?

सरकार ने सभी धार्मिक समुदायों के प्रति सम्मान प्रकट करते हुए इसे सार्वजनिक त्यौहार घोषित किया है। इस अवसर पर शामिल होते हैं:

  • मुस्लिम संगठन
  • स्थानीय प्रशासन
  • सामाजिक संस्थान
  • धार्मिक समाज

विभिन्न मस्जिदों और इस्लामी केंद्रों में विशेष आयोजन होते हैं। केंद्रीय मंत्रालयों और राज्य सरकारों ने शांति और सहिष्णुता का संदेश फैलाने पर जोर दिया।

धार्मिक एवं सामाजिक आयोजन

इस दिन मस्जिदों में निम्नलिखित कार्यक्रम आयोजित होते हैं:

  • विशेष नमाज़
  • जनाजा
  • उलेमाओं द्वारा पैगंबर साहब के जीवन और शिक्षाओं पर भाषण
  • धार्मिक गीतों का गायन (बच्चे, महिलाएं, बुजुर्ग)
  • दान-पुण्य के कार्य
  • जुलूस निकाले जाना, जहाँ समुदाय एकजुटता व्यक्त करता है

सरकारी और सामाजिक प्रतिक्रियाएँ

केंद्रीय और विभिन्न राज्य सरकारों ने इस अवसर पर देशवासियों को शुभकामनाएँ दीं और इस पर्व को मेलजोल और भाईचारे का प्रतीक बताया। प्रमुख राजनीतिक दलों ने मंच और सोशल मीडिया पर इसकी महत्ता को उजागर किया। विशेषज्ञों ने कहा कि ऐसे अवसर समाज में सहिष्णुता और साम्प्रदायिक सद्भाव को मजबूत करते हैं।

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आर्थिक और सामाजिक प्रभाव

त्योहार के दौरान बाजारों में हलचल बढ़ जाती है। इसका प्रभाव निम्न प्रकार है:

  1. इस्लामी वस्त्र, मिठाइयां, सजावट और धार्मिक किताबों की बिक्री बढ़ती है।
  2. स्थानीय व्यापार को बढ़ावा मिलता है।
  3. त्योहार की शुभकामनाएँ देने वाले कार्ड, उपहार और फूल भेजे जाते हैं, जो आर्थिक गतिविधि को गति देते हैं।

आगे क्या?

सरकार और सामाजिक संगठन भविष्य में भी इस तरह के धार्मिक त्योहारों को सभी समुदायों के साथ मनाने तथा एकता का संदेश फैलाने का संकल्प लेते हैं। आने वाले वर्षों में ईद-ए-मिलाद-उन-नबी के अवसर पर नए कार्यक्रम और सांस्कृतिक उत्सव आयोजित किए जाने की संभावना है।

ताज़ा अपडेट्स के लिए पढ़ते रहिए Questiqa Bharat

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