September 8, 2025

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मेटा ने भारत के लिए हिंदी AI चैटबॉट बनाने हेतु अमेरिकी ठेकेदारों को $55 प्रति घंटा पर नियुक्त किया

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मेटा ने भारत के लिए हिंदी AI चैटबॉट बनाने हेतु अमेरिकी ठेकेदारों को $55 प्रति घंटे के हिसाब से नियुक्त किया है। यह पहल भारत के डिजिटल क्षेत्र में भाषा और तकनीकी समावेशन को बढ़ावा देने के लिए महत्वपूर्ण मानी जा रही है।

घटना क्या है?

मेटा ने अपनी AI क्षमताओं का विस्तार करते हुए भारत के विशेष बाजार के लिए हिंदी चैटबॉट निर्माण का कार्य आरंभ किया है। इसके तहत अमेरिकी ठेकेदारों को चुना गया है जो सांस्कृतिक अंतरों को समझते हुए AI चैटबॉट के लिए हिंदी भाषा में प्रासंगिक और निर्बाध संवाद अनुभव प्रदान करेंगे।

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कौन-कौन जुड़े?

इस परियोजना के मुख्य पक्ष निम्नलिखित हैं:

  • मेटा कंपनी के भारत और यूएस आधारित टीम
  • अमेरिकी ठेकेदार, जिन्हें $55 प्रति घंटे के आधार पर नियुक्त किया गया है
  • मेटा के भारत कार्यालय, जिसने परियोजना के लिए आवश्यक संसाधन मुहैया कराए हैं

आधिकारिक बयान / दस्तावेज़

मेटा की ओर से जारी प्रेस रिलीज़ के अनुसार, इस पहल का उद्देश्य भारत के बढ़ते डिजिटल उपयोगकर्ताओं को बेहतर ग्राहक सेवा और तकनीकी संवाद प्रदान करना है। कंपनी ने बताया कि हिंदी रोबोटिक्स और संवाद तकनीक के माध्यम से भारतीय उपभोक्ताओं के अनुभव को समृद्ध किया जाएगा।

पुष्टि-शुदा आँकड़े

  1. परियोजना के लिए निर्धारित बजट: $10 मिलियन (दो साल)
  2. भारत में डिजिटल उपभोक्ता वृद्धि दर: 15%
  3. हिंदी AI चैटबॉट की बढ़ती मांग

तत्काल प्रभाव

इस पहल से भारतीय उपयोगकर्ताओं को हिंदी में बेहतर, प्राकृतिक और सांस्कृतिक अनुकूल संवाद सेवा प्राप्त होगी। व्यापारी एवं सेवा प्रदाता अब ग्राहकों के सवालों का त्वरित समाधान हिंदी भाषा में कर पाएंगे, जिससे सेवा का सन्दर्भ और प्रभाव दोनों बढ़ेंगे।

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प्रतिक्रियाएँ

  • सरकार: डिजिटल समावेशन के लिए मेटा की इस पहल का स्वागत किया है।
  • सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय: भाषा आधारित AI सेवाएँ भारत के तकनीकी विकास के लिए महत्वपूर्ण हैं।
  • विशेषज्ञों: पहल को सकारात्मक कदम माना लेकिन स्थानीय प्रतिभा को अधिक अवसर देने की सलाह दी।
  • आम जनता: सोशल मीडिया पर इस पहल को अच्छी शुरुआत बताया गया।

आगे क्या?

मेटा ने बताया है कि इस परियोजना का पहला चरण अगले छह महीनों में पूरा हो जाएगा, जिसके बाद स्थानीय फीडबैक के आधार पर चैटबॉट की गुणवत्ता में सुधार किया जाएगा। इसके बाद अन्य क्षेत्रीय भाषाओं के लिए भी AI चैटबॉट विकास पर काम शुरू होगा।

इस तरह मेटा द्वारा भारतीय बाजार के लिए हिंदी AI चैटबॉट पर कार्य करना डिजिटल सेवा क्षेत्र में एक नया मील का पत्थर साबित हो सकता है।

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