गोरखपुर में उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने 28 जून 2025 को जनता दरबार लगाया। यह कार्यक्रम गोरखनाथ मंदिर परिसर स्थित महंत दिग्विजयनाथ स्मृति भवन में आयोजित हुआ, जहां सुबह से ही बड़ी संख्या में लोग अपनी समस्याएं लेकर पहुंचे। मुख्यमंत्री योगी खुद जनता के बीच पहुंचे और एक-एक फरियादी से मुलाकात कर उनकी शिकायतें सुनीं।
जनता दरबार में जमीन विवाद, पुलिस से संबंधित शिकायतें, इलाज में सहायता और नौकरी से जुड़े मामलों को लेकर लोग पहुंचे थे। मुख्यमंत्री ने सभी की समस्याओं को गंभीरता से सुना और तुरंत संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिया कि हर मामले की निष्पक्ष जांच करके जल्द से जल्द समाधान किया जाए। उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि किसी के साथ अन्याय नहीं होने दिया जाएगा।
इस दरबार में एक छोटी बच्ची ने मुख्यमंत्री से स्कूल में दाखिले की गुहार लगाई, जिसे सुनकर उन्होंने अधिकारियों को तुरंत संज्ञान लेने के निर्देश दिए। योगी आदित्यनाथ ने बच्चों से भी आत्मीयता से बातचीत की और भरोसा दिलाया कि सरकार हर जरूरतमंद की मदद के लिए तैयार है।
मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को सख्त निर्देश दिए कि वे जनता से विनम्रता से पेश आएं और उनकी समस्याओं को प्राथमिकता के साथ हल करें। उन्होंने यह भी कहा कि यदि कोई अधिकारी जनता की बात को अनदेखा करता है या टालमटोल करता है, तो उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
जनता दरबार में करीब 200 से ज्यादा लोग पहुंचे थे। यह कार्यक्रम मुख्यमंत्री योगी की उस नीति को दर्शाता है जिसमें वे सीधे जनता से संवाद करके शासन को और अधिक जवाबदेह और संवेदनशील बनाना चाहते हैं। गोरखपुर के लोगों ने भी मुख्यमंत्री के इस प्रयास की सराहना की और उम्मीद जताई कि उनकी समस्याओं का जल्दी समाधान होगा।
इस तरह का कार्यक्रम न केवल प्रशासन की सक्रियता को दर्शाता है, बल्कि आम जनता को यह भरोसा भी देता है कि उनकी आवाज सत्ता के सर्वोच्च स्तर तक पहुंच रही है और उस पर कार्रवाई भी हो रही है। पढ़ते रहिये Questiqa Bharat |
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