नई दिल्ली: भारत में गरीबी की दर में निरंतर कमी आ रही है। भारतीय स्टेट बैंक (SBI) द्वारा हाल ही में जारी रिपोर्ट के अनुसार, वर्ष 2024 तक गरीबी दर 4.6 प्रतिशत तक गिर सकती है। यह पिछली वर्षों की तुलना में सुधार को दर्शाता है।
रिपोर्ट मुख्य रूप से निम्नलिखित कारणों को गरीबी दर में कमी के लिए जिम्मेदार बताती है:
- आर्थिक सुधारों का प्रभाव
- रोजगार सृजन की पहलें
- सामाजिक कल्याण योजनाओं का कार्यान्वयन
- ग्रामीण और शहरी दोनों क्षेत्रों में सुधारात्मक कदम
विशेषज्ञों का मानना है कि यदि यह रुझान जारी रहता है, तो भारत वैश्विक स्तर पर विकास के पथ पर तेजी से आगे बढ़ेगा। सरकार के लिए यह आवश्यक है कि वे और प्रभावी नीतियाँ और बेहतर कार्यान्वयन सुनिश्चित करें ताकि यह लक्ष्य प्राप्त किया जा सके।
हालांकि, चुनौतियाँ अभी भी हैं। इनमें प्रमुख हैं:
- असमानता की समस्या
- बेरोजगारी का समाधान
भारत की सामाजिक और आर्थिक प्रगति के लिए यह रिपोर्ट एक सकारात्मक संकेत है। इसके आधार पर, सरकार और नीति निर्माता बेहतर रणनीतियाँ विकसित कर सकते हैं।
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