April 19, 2025

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भारत के प्रत्यर्पण के अनुरोध पर मेहुल चोकसी हुआ बेल्जियम में गिरफ्तार

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पंजाब नेशनल बैंक से मेहुल चोकसी ने 13,500 करोड़ रूपये का लोन फ्रॉड किया था.इस हरकत के बाद मेहुल गिरफ्तार होने के डर से भारत छोड़कर बेल्जियम पहुंच गया। और इस खबर के चलते 13,500 करोड़ रूपये घोटाले का मुख्य आरोपी और भगोड़े हीरा मेहुल चोकसी को बेल्जियम में गिरफ्तार कर लिया गया। यह खबर 14 अप्रैल, 2025 में तब सामने आई जब बेल्जियम पुलिस ने भारतीय जांच एजेंसी के अनुरोध पर चोक्सी को गिरफ्तार किया। गिरफ्तारी मुंबई की एक अदालत द्वारा जारी दो गैर-कानूनी शर्तों (23 मई 2018 और 15 जून 2021) के आधार पर की गई है। भारतीय अधिकारी अब चोकसी के प्रत्यर्पण की प्रक्रिया शुरू कर रहे हैं।

चोकसी लंबे समय से फरार है और अब उसकी गिरफ्तारी से इस बड़े बैंक घोटाले में न्याय की उम्मीद बढ़ गई है। भारतीय अधिकारियों को उसके बारे में पता चलने के बाद बेल्जियम सरकार से उसके प्रत्यर्पण का अनुरोध किया था। सूत्रों का कहना है कि चोकसी इलाज के बहाने स्विट्जरलैंड जाने की योजना बना रहा था। यहां कैंसर के अस्पताल में इलाज के बारे में बातचीत चल रही थी।मेहुल चोकसी, उनके भतीजे नीरव मोदी, उनके परिवार के सदस्यों, कर्मचारियों और कुछ बैंक अधिकारियों पर पीएनबी की मुंबई स्थित ब्रैडी हाउस शाखा में धोखाधड़ी का आरोप लगा है. प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) और केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) ने इस मामले में जांच शुरू की थी. आरोप है कि चोकसी और नीरव मोदी ने फर्जी दस्तावेजों के जरिए बैंक से भारी रकम हासिल की, जिससे पीएनबी को अरबों रुपये का नुकसान हुआ. हाल ही में खबर आई थी कि चोकसी अपनी पत्नी प्रीति के साथ बेल्जियम के एंटवर्प शहर में रह रहा था. उसने कथित तौर पर फर्जी दस्तावेजों के जरिए वहां रेजिडेंसी कार्ड हासिल किया था. भारतीय एजेंसियां लंबे समय से उसका पीछा कर रही थीं और अब उसकी गिरफ्तारी से इस मामले में बड़ी कामयाबी मिली है.

सीबीआई और ईडी अब चोकसी के प्रत्यर्पण के लिए पूरी ताकत लगा रही हैं. हालांकि, चोकसी के वकील ने दावा किया है कि वह कैंसर का मरीज है और स्वास्थ्य कारणों से यात्रा नहीं कर सकता. दूसरी ओर, भारतीय एजेंसियां उसकी जमानत का विरोध करने की तैयारी में हैं. यह गिरफ्तारी भारत के लिए एक बड़ी जीत है, क्योंकि चोकसी और नीरव मोदी जैसे भगोड़ों को वापस लाने की कोशिशें सालों से चल रही हैं. नीरव मोदी इस समय लंदन की जेल में है और उसका प्रत्यर्पण भी लंबित है. चोकसी की गिरफ्तारी से पीएनबी घोटाले के पीड़ितों को इंसाफ मिलने की उम्मीद बढ़ी है.

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