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निशिकांत दुबे ने राज ठाकरे द्वारा दी गई धमकियों पर एक कड़ा और सटीक पलटवार किया है, जिससे मराठी अस्मिता विवाद में नया मोड़ आ गया है। यह विवाद महाराष्ट्र में मराठी अस्मिता को लेकर लंबे समय से चल रहा है और इस बार इसकी तह तक पहुंचते हुए निशिकांत दुबे ने अपनी बात दृढ़ता से रखी है।
उन्होंने कहा कि धमकियों से किसी भी प्रकार का डर उन्हें प्रभावित नहीं करेगा और वे मराठी अस्मिता का सम्मान बनाए रखने के लिए पूरी ताकत से संघर्ष करेंगे। निशिकांत ने यह भी जोर दिया कि संवाद और सौहार्द्र से ही इस विवाद का समाधान संभव है, न कि धमकियों और हिंसा से।
महत्वपूर्ण बातें:
- राज ठाकरे के बयान के बाद निशिकांत दुबे का कड़ा जवाब।
- मराठी अस्मिता के विवाद में नया राजनीतिक मोड़।
- डर और धमकियों के खिलाफ निशिकांत की स्पष्ट अभिव्यक्ति।
यह विवाद महाराष्ट्र की राजनीति और सामाजिक माहौल को काफी प्रभावित कर रहा है तथा आगामी दिनों में इसके और भी राजनीतिक निहितार्थ सामने आ सकते हैं। निशिकांत दुबे ने सभी पक्षकारों से शांति और समझदारी से काम लेने का आह्वान किया है।
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