आगरा: एयर इंडिया ने हाल में हुई एक दुर्घटना के बाद अपनी अंतरराष्ट्रीय उड़ानों में वाइड-बॉडी विमानों के उपयोग को 15% तक कम करने का निर्णय लिया है। यह कदम विमानों की सुरक्षा बढ़ाने और यात्रियों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के उद्देश्य से उठाया गया है।
एयर इंडिया के मुताबिक, यह निर्णय कंपनी के फ्लाइट ऑपरेशंस में सुरक्षा मानकों को और मजबूत करने की एक कोशिश है। दुर्घटना के बाद हुए विश्लेषण में यह पाया गया कि कुछ विमानों के रखरखाव और संचालन में सुधार की आवश्यकता है।
एयर इंडिया ने यह भी बताया कि वे धीरे-धीरे विमानों की संख्या बढ़ाने से पहले सभी सुरक्षा उपायों की समीक्षा करेंगे और सुनिश्चित करेंगे कि यात्रियों को सुरक्षित और आरामदायक यात्रा मिले।
प्रमुख बिंदु:
- एयर इंडिया ने अंतरराष्ट्रीय उड़ानों में वाइड-बॉडी विमानों के उपयोग को 15% कम किया।
- यह कदम दुर्घटना के बाद सुरक्षा बढ़ाने के लिए उठाया गया है।
- फ्लाइट ऑपरेशंस में सुधार और सुरक्षा मानकों की समीक्षा जारी है।
- यात्री सुरक्षा और आराम को प्राथमिकता दी जा रही है।
एयर इंडिया के इस फैसले से यात्रियों में सुरक्षा को लेकर विश्वास बढ़ने की उम्मीद है, और कंपनी भी अपने विमानों की सुरक्षा नियमों पर कड़ी निगरानी बनाए रखने की बात कर रही है।
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