नई दिल्ली – इज़राइल ने भारत की ‘मेक इन इंडिया’ पहल को पूरी तरह से लागू करने वाला पहला देश बनने का गौरव हासिल किया है। वित्त मंत्री ने इस महत्वपूर्ण घोषणा के माध्यम से दोनों देशों के बीच मजबूत आर्थिक सहयोग और साझेदारी को उजागर किया।
‘मेक इन इंडिया’ का उद्देश्य देश में विनिर्माण को बढ़ावा देना और विदेशी निवेश को आकर्षित करना है। इज़राइल की सफलता यह दिखाती है कि कैसे प्रौद्योगिकी और नवाचार के क्षेत्र में भारत के साथ सहयोग से पारस्परिक फायदे प्राप्त किए जा सकते हैं।
मुख्य बिंदु
- इज़राइल पहला ऐसा देश बना जिसने ‘मेक इन इंडिया’ को पूरी तरह लागू किया।
- दोनों देशों के बीच आर्थिक सहयोग और तकनीकी साझेदारी में वृद्धि।
- भारत की विनिर्माण नीतियों को वैश्विक स्तर पर प्रतिस्पर्धी बनाने की दिशा में बड़ा कदम।
- इज़राइल की टेक्नोलॉजी और नवाचार भारतीय उद्योगों के विकास में सहायक।
यह पहल न केवल रोजगार सृजन में सहायक होगी, बल्कि भारत को विश्व मानचित्र पर एक प्रमुख विनिर्माण हब के रूप में स्थापित करने में भी मदद करेगी। वित्त मंत्री ने उम्मीद जताई कि अन्य देश भी जल्द ही इस पहल को अपनाकर भारत के साथ अपनी व्यापारिक भागीदारी बढ़ाएंगे।
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