उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने देहरादून में IRDT ऑडिटोरियम में हिंदी दिवस के अवसर पर आयोजित उत्तराखंड दीर्घकालीन साहित्य सेवा सम्मान समारोह में हिस्सा लिया। यह समारोह हिंदी भाषा और साहित्य को प्रोत्साहित करने के उद्देश्य से किया गया। मुख्यमंत्री ने पहले ही राज्य योजना के तहत 3.81 करोड़ रुपये साहित्यिक कार्यों और सांस्कृतिक आयोजनों को समर्थन देने के लिए मंजूर किए थे।
समारोह का उद्देश्य
यह समारोह हिंदी दिवस के उपलक्ष्य में आयोजित किया गया था, जिसका मुख्य लक्ष्य हिंदी भाषा के संरक्षण और प्रचार-प्रसार में योगदान करने वाले साहित्यकारों को सम्मानित करना था। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कई साहित्यकारों को सम्मानित करते हुए राज्य सरकार की हिंदी साहित्य के विकास के प्रति प्रतिबद्धता जताई।
कार्यक्रम में शामिल लोग
इस कार्यक्रम में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के साथ-साथ विभिन्न साहित्यकार, संस्कृतिकर्मी, और सरकारी अधिकारी भी उपस्थित थे। IRDT (इंस्टीट्यूट ऑफ रिसर्च एंड डेवेलपमेंट इन ट्रिबल कल्चर) इस आयोजन का स्थल था, जो साहित्यिक और सांस्कृतिक कार्यक्रमों के लिए जाना जाता है।
राज्य सरकार की पहल
राज्य सरकार ने इस आयोजन के लिए 3.81 करोड़ रुपये की धनराशि स्वीकृत की है, जो साहित्य सेवा और सांस्कृतिक विकास हेतु उपयोग की जाएगी। इसके तहत साहित्यकारों और कलाकारों को वित्तीय सहायता प्रदान की जाएगी, जिससे उनकी कला और साहित्यिक कार्यों को मजबूती मिलेगी।
प्रतिक्रियाएँ
- सरकार ने इस कार्यक्रम को हिंदी भाषा और साहित्य को बढ़ावा देने की दिशा में एक सकारात्मक कदम बताया।
- मुख्यमंत्री ने बताया कि यह सम्मान समारोह हमारी सांस्कृतिक धरोहर को समृद्ध करने का प्रयास है।
- विपक्षी दलों ने भी इस पहल का स्वागत किया है।
- विशेषज्ञों का मानना है कि वित्तीय सहायता से स्थानीय कलाकारों और साहित्यकारों को मजबूती मिलेगी।
- जनता में हिंदी भाषा और साहित्य के प्रति रुचि बढ़ेगी।
आगे की योजनाएँ
उत्तराखंड सरकार ने ऐसे साहित्यिक और सांस्कृतिक आयोजन नियमित रूप से आयोजित करने की योजना बनाई है। आगामी महीनों में और भी कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे। साथ ही, हिंदी भाषा के प्रचार-प्रसार के लिए और भी नए प्रयास किए जाएंगे।
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