अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने यह संभावना जताई है कि भारत को यूएस से 20-25% टैरिफ दर का सामना करना पड़ सकता है। ट्रंप का मानना है कि इस तरह के टैरिफ से भारत के वस्त्र और अन्य निर्यातों पर असर पड़ेगा। यह बयान उस समय आया है जब दोनों देशों के बीच व्यापारिक संबंध और टैरिफ दरों को लेकर चर्चा चल रही है।
टैरिफ दर का मतलब है वह कर या शुल्क जो एक देश द्वारा दूसरे देश से आयात की गई वस्तुओं पर लगाया जाता है। इसके माध्यम से देश अपनी घरेलू उद्योगों की रक्षा करता है और व्यापार घाटे को कम करने की कोशिश करता है।
डोनाल्ड ट्रंप के बयानों के मुख्य बिंदु
- ट्रंप ने संकेत दिया कि भारत के खिलाफ 20-25% टैरिफ लगाया जा सकता है।
- यह कदम व्यापार में अधिक संतुलन और घरेलू उत्पादन को बढ़ावा देने के लिए उठाया जा सकता है।
- ट्रंप के अनुसार, वर्तमान में भारत के साथ व्यापार संतुलित नहीं है, जिसके कारण यह कदम जरूरी हो सकता है।
भारत और अमेरिका के बीच मतभेद
- टैरिफ दरें और व्यापार नीतियां दोनों देशों के बीच वाणिज्यिक संबंधों का एक अहम हिस्सा हैं।
- भारत पर टैरिफ दर बढ़ाने से अमेरिकी उत्पादों की आयात पर असर पड़ेगा।
- दोनों देशों के बीच वार्ता जारी है ताकि व्यापार संबंधों को सुधारने का प्रयास किया जा सके।
संक्षेप में, डोनाल्ड ट्रंप के बयान ने भारत-अमेरिका व्यापारिक रिश्तों पर एक नई बहस शुरू की है। यह देखना महत्वपूर्ण होगा कि अमेरिका अपनी टैरिफ नीतियों में क्या परिवर्तन करता है और भारत इस चुनौती का सामना कैसे करता है।
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