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डोनाल्ड ट्रंप के प्रशासन के दौरान, भारत और अमेरिका के बीच व्यापारिक संबंधों में कई उतार-चढ़ाव आए। प्रारंभिक दौर में, ट्रंप ने अमेरिका के व्यापार घाटे को कम करने के लिए कई देशों के साथ टैरिफ नीतियों में कड़ाई की, जिसमें भारत भी शामिल था।
टैरिफ विवाद:
- ट्रंप प्रशासन ने भारत से आयातित वस्तुओं पर उच्च टैरिफ लगाए।
- भारत ने भी जवाबी टैरिफ लागू कर अमेरिकी उत्पादों पर प्रतिबंध लगाए।
- इससे दोनों देशों के व्यापार संबंध तनावपूर्ण हो गए।
समझौते की दिशा में कदम:
समय के साथ, दोनों देशों ने वार्ता और आर्थिक सहयोग बढ़ाने के लिए पहल की। इस प्रक्रिया में कुछ महत्वपूर्ण बिंदु निम्नलिखित रहे:
- टैक्स और टैरिफ में रियायत।
- बहुपक्षीय व्यापार समझौतों पर चर्चा।
- सेना और तकनीकी सहयोग को बढ़ावा।
- आयात और निर्यात में संतुलन साधना।
अंततः, डोनाल्ड ट्रंप के कार्यकाल के अंत तक भारत और अमेरिका के बीच व्यापारिक सम्बन्धों में सुधार हुआ, जिन्होंने दो-तरफा निवेश और आर्थिक विकास को प्रोत्साहित किया।
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