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तुर्की में भारतीय पर्यटकों की संख्या में हाल ही में एक चिंताजनक गिरावट देखी गई है। यह गिरावट विभिन्न कारणों और कारकों का परिणाम है, जिनका प्रभाव तुर्की की पर्यटन उद्योग पर भी पड़ा है।
भारतीय पर्यटकों की संख्या में गिरावट के कारण
- वैश्विक कोविड-19 महामारी: महामारी के कारण यात्रा प्रतिबंध और स्वास्थ्य चिंताएँ पर्यटकों की संख्या को प्रभावित कर रही हैं।
- आर्थिक कारण: भारतीय मुद्रा की कीमत में उतार-चढ़ाव और बढ़ती महंगाई ने अंतरराष्ट्रीय यात्रा को महंगा बना दिया है।
- विजा प्रक्रियाओं में कठिनाइयाँ: तुर्की के लिए भारतीय पर्यटकों को मिलने वाली वीज़ा सुविधाओं में बदलाव भी एक बड़ा कारण है।
- प्रतिस्पर्धी पर्यटन स्थल: अन्य लोकप्रिय स्थलों जैसे दुबई, थाईलैंड और मालदीव की बढ़ती लोकप्रियता भी तुर्की की यात्रा को प्रभावित कर रही है।
इस गिरावट का प्रभाव
- तुर्की की आर्थिक हानि: भारतीय पर्यटक तुर्की के पर्यटन उद्योग में महत्वपूर्ण योगदान करते हैं, उनकी कमी से होटल, स्थानीय व्यवसाय और सेवा क्षेत्र प्रभावित हो रहे हैं।
- संस्कृति और संपर्क में कमी: पर्यटक विविधता में कमी से सांस्कृतिक आदान-प्रदान और द्विपक्षीय रिश्तों पर असर पड़ सकता है।
- पर्यटन प्रचार और रणनीतियों की आवश्यकता: तुर्की सरकार और पर्यटन एजेंसियों को नए प्रचार अभियान और भारत के लिए विशेष ऑफर्स विकसित करने की जरूरत है।
सुंदर प्राकृतिक दृश्य, ऐतिहासिक स्थल और सांस्कृतिक विरासत के बावजूद, तुर्की को अपनी भारतीय पर्यटक संख्या बढ़ाने के लिए उपयुक्त उपाय करने होंगे। ताकि वह इस गिरावट को रोका जा सके और पर्यटन क्षेत्र को पुनर्जीवित किया जा सके।
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