दिल्ली: Databricks के CEO और सह-संस्थापक अली घोडसी ने भारत की डिजिटल इन्फ्रास्ट्रक्चर विकास को एक गेम-चेंजर बताया है। उन्होंने कहा कि इस तेजी से उभरती तकनीकी क्षमता ने भारत को दुनिया के अधिकांश देशों से आगे रखा है। डिजिटल तकनीकों और इन्फ्रास्ट्रक्चर में किए गए निवेश ने भारत की अर्थव्यवस्था और सेवाओं को नया आयाम दिया है।
अली घोडसी के अनुसार, भारत की डिजिटल प्रगति न केवल व्यवसायों के लिए अवसर बढ़ा रही है, बल्कि सामान्य नागरिकों की जिंदगी में भी सकारात्मक बदलाव ला रही है। यह विकास वैश्विक स्तर पर भारत की स्थिति को मजबूती प्रदान करता है।
भारत में डिजिटल क्रांति के प्रभाव
भारत में डिजिटल क्रांति ने कई क्षेत्रों में सुधार किया है, जिनमें प्रमुख हैं:
- शिक्षा
- स्वास्थ्य
- वित्तीय सेवाएं
इन सुधारों से देश का समग्र विकास तेजी से हो रहा है और भारत की वैश्विक प्रतिस्पर्धात्मकता बढ़ रही है।
भविष्य की संभावनाएं
इस महत्वपूर्ण टिप्पणी से यह स्पष्ट होता है कि भारत की आईटी और डिजिटल क्षेत्र की संभावनाएँ काफी भव्य और उज्ज्वल हैं। देश की इस डिजिटल प्रगति के चलते आने वाले वर्षों में और अधिक नवाचार और विकास देखने को मिलेगा।
Stay tuned for Deep Dives for more latest updates.
ज़्यादा कहानियां
कोलकाता में तकनीकी गड़बड़ी के कारण मुंबई जाने वाली एयर इंडिया फ्लाइट से उतारे गए यात्री
दिल्ली में भारत-अमेरिका व्यापार वार्ता तेज, 9 जुलाई से पहले अस्थायी समझौता संभव
दिल्ली: जनगणना 2027 में पहली बार खुद से भरे जाएंगे डेटा, जानिए इसके फायदे और नुकसान