भारत में प्रतिवर्ष 14 सितंबर को हिंदी दिवस मनाया जाता है। इस वर्ष हिंदी दिवस के अवसर पर, ज़ी टीवी के लोकप्रिय शो ‘वसुधा’ में देवांश का किरदार निभाने वाले अभिनेता अभिषेक शर्मा ने हिंदी भाषा के महत्व पर अपने विचार साझा किए। उन्होंने बताया कि हिंदी न केवल उनकी व्यक्तिगत जीवन का अभिन्न हिस्सा है, बल्कि उनकी पेशेवर जिंदगी में भी इसकी बड़ी भूमिका है।
घटना क्या है?
भारत सरकार द्वारा संविधान में हिंदी को राजभाषा के रूप में स्वीकार किये जाने की याद में 14 सितंबर को हिंदी दिवस मनाया जाता है। यह दिन हिंदी भाषा, उसकी समृद्ध विरासत एवं संस्कृति के प्रचार-प्रसार हेतु महत्त्वपूर्ण माना जाता है। इस दिन हिंदी भाषा से जुड़ी विभिन्न गतिविधियां, कार्यक्रम एवं विचार साझा किए जाते हैं। इस वर्ष भी देशभर में हिंदी दिवस विभिन्न कार्यक्रमों के माध्यम से मनाया गया।
कौन-कौन जुड़े?
अभिनेता अभिषेक शर्मा, जो ज़ी टीवी के हिट शो ‘वसुधा’ में देवांश की भूमिका निभा रहे हैं, ने हिंदी भाषा के महत्व पर चर्चा की। इसके अतिरिक्त, कई सरकारी विभाग, शैक्षणिक संस्थान तथा सामाजिक संगठन हिंदी दिवस अवसर पर समारोह आयोजित करते हैं। केंद्रीय हिंदी संस्थान, भाषा मंत्रालय तथा विभिन्न राज्य सरकारें भी इस दिन को महत्व देती हैं।
आधिकारिक बयान/दस्तावेज़
इस वर्ष हिंदी दिवस की थीम “हिंदी: हमारी पहचान और अभिमान” पर आधारित थी। भाषा मंत्रालय की ओर से जारी प्रेस विज्ञप्ति में हिंदी भाषा के विकास एवं संवर्धन के लिए विभिन्न योजनाओं का उल्लेख किया गया। मंत्रालय ने हिंदी के अधिक उपयोग को बढ़ावा देने के लिए नई पहल का भी ऐलान किया है।
तत्काल प्रभाव
हिंदी दिवस का आयोजन देश के हिंदी भाषी क्षेत्र के अलावा अन्य राज्यों में भी हिंदी के प्रति जनमानस की जागरूकता बढ़ाता है। इससे हिंदी भाषा का प्रचार-प्रसार और साहित्यिक गतिविधियां प्रोत्साहित होती हैं। इससे ना केवल शैक्षणिक जगत में बल्कि इलेक्ट्रॉनिक माध्यम और सांस्कृतिक मंचों पर भी हिंदी का विस्तार होता है।
प्रतिक्रियाएँ
अभिनेता अभिषेक शर्मा ने इस अवसर पर कहा, “हिंदी मेरी मातृभाषा है और मेरे जीवन का अहम हिस्सा। हिंदी दिवस मुझे याद दिलाता है कि भाषा के माध्यम से हम अपनी संस्कृति और भावनाओं को पूरी दुनिया तक पहुंचा सकते हैं।” इस पर कई भाषा विशेषज्ञों ने हिंदी के महत्व को स्वीकार करते हुए इसके संरक्षण की आवश्यकता पर जोर दिया। सामाजिक संगठनों ने हिंदी के लिए विशेष कार्यशालाओं और प्रतियोगिताओं का आयोजन किया।
आगे क्या?
सरकार ने हिंदी भाषा के विकास हेतु नई नीतियाँ लागू करने की रूपरेखा तैयार की है। आगामी माह में हिंदी को प्रशासनिक भाषा के रूप में और अधिक प्रोत्साहन देने के लिए कार्यसमिति गठित की जाएगी। इसके साथ ही हिंदी दिवस को और व्यापक स्तर पर मनाने की योजना है। कुल मिलाकर हिंदी के प्रसार और संवर्धन के लिए ठोस कदम उठाने पर जोर रहेगा।
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