नई दिल्ली। अमेरिकन कांग्रेस के सदस्य ग्रेगोरी मीक्स ने स्पष्ट किया है कि भारत में वोटरों के लिए $21 मिलियन की USAID सहायता का कोई अस्तित्व नहीं है।
इस साल की शुरुआत में, पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने बार-बार यह दावा किया था कि USAID ने भारत में मतदाता मतदान बढ़ाने के लिए $21 मिलियन का दान दिया है। लेकिन ग्रेगोरी मीक्स ने इस दावे को गलत ठहराते हुए कहा कि ऐसी कोई निधि या प्रोजेक्ट अस्तित्व में नहीं है।
उन्होंने कहा कि यह अफवाह भ्रामक है और इसे तथ्यात्मक आधार के बिना फैलाया जा रहा है। यह बयान अमेरिका-भारत संबंधों पर उठ रहे सवालों के बीच आया है।
ग्रेगोरी मीक्स के अनुसार:
- USAID के पास इस तरह के कोई ग्रांट कार्यक्रम इस समय सक्रिय नहीं हैं।
- यह अफवाह चुनाव प्रक्रिया में बाहरी हस्तक्षेप के आरोपों को लेकर बहस को तेज कर रही है।
इस विवाद के बाद दोनों देशों के बीच पारदर्शिता और सही जानकारी पर अधिक बल देने की बात हो रही है।
राजनीतिक विश्लेषक इस घटना को अमेरिका और भारत के बीच संचार की कमी के रूप में देखते हैं।
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