नई दिल्ली: भारत ने वित्तीय कार्रवाई कार्यबल (FATF) से आग्रह किया है कि वह पाकिस्तान को अपनी ग्रेस लिस्ट में पुनः शामिल करे। यह कदम पाकिस्तान द्वारा आतंकवाद और वित्तीय अपराधों को बढ़ावा देने के खिलाफ सख्त कार्रवाई के अभाव को लेकर उठाया गया है। भारत का मानना है कि पाकिस्तान ने आतंकवादी गतिविधियों को रोकने में आवश्यक कदम नहीं उठाए हैं, जिससे वैश्विक सुरक्षा को खतरा पैदा हो रहा है।
FATF की ग्रेस लिस्ट में आने का मतलब है कि एक देश आतंकवादी गतिविधियों के वित्तपोषण पर नियंत्रण करने में असफल रहा है। इससे आर्थिक प्रतिबंध और विश्वसनीयता पर नकारात्मक प्रभाव पड़ता है। भारत का यह कदम वैश्विक स्तर पर आतंकवाद से निपटने की दिशा में एक महत्वपूर्ण पहल माना जा रहा है।
पिछले अनुभवों के आधार पर, FATF अप्रैल और अक्टूबर में महत्वपूर्ण बैठकें आयोजित करता है, जहां सदस्य देशों के भ्रष्टाचार, धनशोधन और आतंकवाद से जुड़ी गतिविधियों की समीक्षा होती है। इस बार की बैठक में भारत की यह मांग प्रमुख मुद्दा होगी।
मुख्य बिंदु:
- भारत ने FATF से पाकिस्तान को ग्रेस लिस्ट में वापस डालने का आग्रह किया है।
- पाकिस्तान ने आतंकवादी गतिविधियों को रोकने में आवश्यक कदम नहीं उठाए हैं।
- FATF की ग्रेस लिस्ट में आने से देश को आर्थिक प्रतिबंधों का सामना करना पड़ सकता है।
- अप्रैल और अक्टूबर के FATF मीटिंग में यह मुद्दा प्रमुख रूप से उठाया जाएगा।
Stay tuned for Deep Dives for more latest updates.
ज़्यादा कहानियां
नई दिल्ली में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने शुभांशु शुक्ला के अंतरिक्ष से लौटने पर कही बड़ी बात
दिल्ली में खुला Tesla का पहला शोरूम, $70,000 मॉडल Y से मचेगी धूम!
दिल्ली में टेस्ला इंडिया का धमाकेदार आगाज, $70,000 की Model Y से मस्क की ब्रांड पावर का बड़ा टेस्ट