बिहार के भागलपुर शहर में जुलाई 2025 में हुई तीव्र भारी बारिश के कारण शहर जलमग्न हो गया और लगभग एक टापू बन गया। जल स्तर इतना बढ़ा कि एक वाहन पानी में पूरी तरह डूब गया। यह घटना स्थानीय समयानुसार दोपहर के आसपास हुई, जिससे हालात गंभीर हो गए।
घटना क्या है?
भागलपुर में भारी बारिश से जनजीवन प्रभावित हुआ। जलभराव ने सड़कों पर यातायात ठप कर दिया और कई इलाकों में पानी घुस गया। गाड़ी के डूबने से स्थानीय लोगों में डर और चिंता बढ़ी।
कौन-कौन जुड़े?
- बिहार राज्य सरकार
- स्थानीय प्रशासन
- आपदा प्रबंधन विभाग
- स्थानीय पुलिस और बचाव दल
- सामाजिक संगठन और स्थानीय नागरिक
आधिकारिक बयान/दस्तावेज़
बिहार सरकार के आपदा प्रबंधन विभाग ने बताया कि पिछले 24 घंटों में भागलपुर में 150 मिलीमीटर से अधिक वर्षा हुई है। राहत एवं बचाव कार्य जारी हैं, और जल निकासी के लिए मशीनों का उपयोग तथा नालों की सफाई प्राथमिकता दी जा रही है।
पुष्टि-शुदा आंकड़े
- 150 मिलीमीटर से अधिक बारिश दर्ज
- शहर के 30% क्षेत्रों में जलभराव
- एक वाहन डूबा पाया गया
- 200 से अधिक अधिकारी एवं कर्मी राहत कार्य में तैनात
तत्काल प्रभाव
यातायात बाधित हुआ, कई स्थानों पर आवागमन मुश्किल हो गया। लोगों की दैनिक गतिविधियाँ प्रभावित हुईं। बिजली आपूर्ति बाधित होने से कई इलाकों में अंधेरा छा गया। जलजमाव के कारण संक्रमण रोग फैलने का खतरा भी बना हुआ है।
प्रतिक्रियाएँ
- मुख्यमंत्री ने तुरंत राहत कार्यों के निर्देश दिए।
- विपक्षी दलों ने सरकार की प्रतिक्रिया की प्रशंसा की।
- विशेषज्ञों ने बेहतर जल निकासी और शहरी नियोजन की आवश्यकता बताई।
- स्थानीय व्यापार संगठन ने बताया कि वर्षा से आर्थिक गतिविधियाँ धीमी हुईं।
आगे क्या?
मौसम विभाग अगले 48 घंटों में और वर्षा की संभावना जता चुका है, इसलिए सरकार और प्रशासन सतर्क हैं। जल निकासी के लिए नए प्रोजेक्ट्स शीघ्र शुरू किए जाएंगे। सरकार, प्रशासन और नागरिक मिलकर जल प्रबंधन एवं राहत व्यवस्था पर काम कर रहे हैं।
भागलपुर की इस आपदा स्थिति में सभी संबंधित पक्ष संयुक्त प्रयास कर रहे हैं ताकि जलभराव और उसके प्रभाव को नियंत्रित किया जा सके।
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