भारत ने रणबीर नहर परियोजना का विस्तार करने का निर्णय लिया है, जिससे पाकिस्तान को भारी आर्थिक नुकसान होने की संभावना है। इस नहर के विस्तार से पाकिस्तान को चेनाब नदी से मिलने वाले पानी की आपूर्ति लगभग 20% तक कम हो सकती है। जल विशेषज्ञ इंजीनियर अरशद एच अब्बासी के अनुसार, पानी की इस कमी से पाकिस्तान को करीब 10 अरब डॉलर का नुकसान हो सकता है, जो उसकी अर्थव्यवस्था के लिए एक गंभीर चुनौती होगी।
रणबीर नहर विस्तार की योजना
रणबीर नहर की लंबाई को 60 किलोमीटर से बढ़ाकर 120 किलोमीटर करने की योजना है। हालांकि यह कदम सिंधु जल संधि के नियमों के तहत विवादास्पद हो सकता है। भारत ने सिंधु जल संधि को निलंबित करने का भी फैसला किया है, जिससे पाकिस्तान की चिंता और बढ़ गई है।
पाकिस्तान की प्रतिक्रिया और रणनीति
पाकिस्तान ने चीन के साथ मिलकर इस मुद्दे पर भारत को घेरने की रणनीति बनाई है, लेकिन भारत अपनी परियोजना को आगे बढ़ाने के लिए दृढ़ है।
सिंधु जल संधि और पारदर्शिता
सिंधु जल संधि के अनुसार, दोनों देशों को नदियों और नहरों के जल आंकड़ों का आदान-प्रदान करना होता है। हालांकि, इस निगरानी में पारदर्शिता की कमी देखी गई है।
परियोजना का प्रभाव
- पाकिस्तान के कृषि प्रधान क्षेत्र पंजाब को बड़ा नुकसान होगा।
- क्षेत्रीय जल विवाद और बढ़ने की संभावना है।
- दोनों देशों के बीच तनाव गहरा सकता है।
भारत के इस कदम से क्षेत्रीय जल विवाद के मुद्दे और जटिल हो सकते हैं। इसके संबंध में अधिक नवीनतम अपडेट के लिए क्वेस्टिका भारत पर बने रहें।
ज़्यादा कहानियां
सुप्रीम कोर्ट में उठी बड़ी बहस: क्या वक्फ इस्लाम का अनिवार्य हिस्सा नहीं?
ज्योति मल्होत्रा की यात्राओं का रहस्य: सिर्फ पाकिस्तान नहीं, ये देश भी हैं शामिल!
ज्योति मल्होत्रा की अनदेखी चैट में छुपा Pakistan से जुड़ा बड़ा राज!