मुंबई महानगरपालिका ने वर्ष 2025-26 के लिए नए नगर विकास योजनाओं की घोषणा की है, जो शहर को और भी स्मार्ट, पर्यावरण अनुकूल तथा सुगम बनाने का लक्ष्य रखती हैं।
घटना क्या है?
मुंबई महानगरपालिका ने स्मार्ट सिटी तकनीक, ट्रैफिक प्रबंधन, सार्वजनिक परिवहन सुधार और हरित क्षेत्रों के विस्तार जैसी परियोजनाओं का प्रस्ताव पारित किया है। इसका उद्देश्य मुंबई को भारत के अग्रणी स्मार्ट शहरों में स्थान दिलाना है।
कौन-कौन जुड़े?
- मुंबई महानगरपालिका प्रशासन
- महाराष्ट्र सरकार
- केंद्रीय स्मार्ट सिटी मिशन
- तकनीकी और पर्यावरण विशेषज्ञ
वरिष्ठ अधिकारियों और नगरपालिका आयुक्त ने योजना की सफलता के लिए व्यापक संसाधन उपलब्ध कराने का आश्वासन दिया है।
आधिकारिक बयान एवं दस्तावेज
बजट में 1500 करोड़ रुपये आवंटित किए गए हैं, जिनका उपयोग स्मार्ट ट्रैफिक लाइट सिस्टम, जल निकासी सुधार, और सार्वजनिक परिवहन नेटवर्क सुदृढ़ीकरण में किया जाएगा। साथ ही, नगर वन विभाग स्थापित किया जाएगा जो सार्वजनिक स्थानों पर पौधे लगाने और वायु प्रदूषण कम करने में लगेगा। इन परियोजनाओं की समय सीमा अगले तीन वर्षों के भीतर निर्धारित की गई है।
पुष्टि-शुदा आँकड़े
- मुंबई की आबादी लगभग 2.7 करोड़ है।
- प्रति दिन लगभग 60 लाख यात्री सार्वजनिक परिवहन का उपयोग करते हैं।
- ट्रैफिक जाम को 30% तक कम करने का लक्ष्य।
- वायु प्रदूषण स्तर में 15% तक कमी का लक्ष्य।
तत्काल प्रभाव
परियोजनाओं के लागू होने के बाद,
- बेहतर यातायात सुविधा मिलेगी।
- स्वच्छ और स्वस्थ वातावरण उपलब्ध होगा।
- सार्वजनिक सेवाओं की गुणवत्ता में सुधार होगा।
- उद्योगों को लॉजिस्टिक लागत में कमी का लाभ मिलेगा।
- स्वास्थ्य संबंधित समस्याओं में कमी आ सकती है।
प्रतिक्रियाएँ
सरकार ने इस योजना का स्वागत किया है और इसे ‘शहर के लिए बड़ा परिवर्तन’ करार दिया है। विपक्ष ने कुछ समय सीमा से जुड़े प्रश्न उठाए लेकिन सभी ने स्मार्ट सिटी पहल का समर्थन किया। विशेषज्ञों का मानना है कि इन योजनाओं के सफल कार्यान्वयन से मुंबई की जीवन गुणवत्ता में महत्वपूर्ण सुधार होगा। जनता की प्रतिक्रिया भी सकारात्मक रही है।
आगे क्या?
- आगामी तीन वर्षों में परियोजनाओं की मासिक समीक्षा की जाएगी।
- अगले महीने एक सार्वजनिक समीक्षा बैठक आयोजित की जाएगी।
- नागरिकों को योजना में सहभागी बनने का आमंत्रण दिया गया है।
मुंबई की यह स्मार्ट सिटी परियोजना देश के शहरी विकास में एक मिसाल साबित हो रही है।
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